यदि स्नेह जाग जाए, अधिकार माँग लेना, |
मन को उचित लगे तो, तुम प्यार माँग लेना। |
दो पल मिले हैं तुमको यूं ही न बीत जाएं, |
कुछ यूं करो कि धड़कन आँसू के गीत गाएं, |
जो मन को हार देगा उसकी ही जीत होगी, |
अक्षर बनेंगे गीता हर लय में प्रीत होगी, |
बहुमूल्य है व्यथा का उपहार माँग लेना, |
यदि स्नेह जाग जाए अधिकार माँग लेना। |
जीवन का वस्त्र बुनना सुख-दुःख के तार लेकर, |
कुछ शूल और हँसते कुछ हरसिंगार लेकर, |
दुःख की नदी बड़ी है हिम्मत न हार जाना, |
आशा की नाव पर चढ़ हँसकर ही पार जाना, |
तुम भी किसी से स्वप्निल संसार मांग लेना, |
यदि स्नेह जाग जाए अधिकार माँग लेना। |
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